Add To collaction

लेखनी काव्य -12-Apr-2024


#दिनांक:-12/4/2024
#जयकारी छंद
#शीर्षक:-माता हरती हर संताप।

शैलपुत्री आदिशक्ति मात,
स्वीकार हो ये भक्ति आज।
दया करूणार्द्र अभिशाप,
माता हरती हर संताप।।

पूजत जन नौ दिन नौ देवि
घड़ी घंटा चौंसठ सेवी।
छत्र छॉव माँ शीतल नीम,
शुरुआत संवत्सर देवी  ।।

पूज्य कन्या जगा भाग्य,
मिले माँ सुहागन सौभाग।
चढाऊँ चुनर बिन्दी लाल ,
भजन करूँ दिवस रात जाग।।

जगराता बजाती ढोल,
तन मन में भक्ति भाव घोल ।
पद्मासना देती वरदान,
माँ बिन 'प्रतिभा' का क्या मोल ।।

(स्वरचित)
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई

   4
2 Comments

Mohammed urooj khan

17-Apr-2024 11:49 AM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

Reply

kashish

13-Apr-2024 09:03 AM

Amazing

Reply